डॉ.दिव्या श्रीवास्तव जी देखिये हमने भड़ास को पवित्र कर लिया :)
शनिवार, 1 अक्टूबर 2011
जब भी कहीं किसी ब्लॉग पर पवित्रता का अभाव हो जाता है तो ब्लॉगर अपने पाप धोने के लिये इनके बारे में कुछ न कुछ लिख कर अपने ब्लॉग पर लगाते हैं तो पुनः पवित्रता की प्राप्ति हो जाती है। कुछ दिन पहले गुरू जी डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी ने प्रिय नेता राहुल गांधी(क्षमा करें रॉल विन्सी) के बारे में लिख कर भड़ास पर अत्यंत ही अपवित्र माहौल बना दिया था तो अब मैं उसे पुनः पवित्रीकरण के अंतर्गत एक पोस्ट दिव्या जी के बारे में लिख रहा हूँ । इसे किसी भड़ासी टोटके से तुलना कर सकते हैं । हम सब धन्य हैं कि दिव्या जी ब्लॉगिंग में है वरना पवित्रीकरण के लिये न जाने किधर किधर जाना पड़ता । गंगा-जमुना, वैष्णो देवी, हाजी अली, मदर मैरी से लेकर कुंभ मेले तक पर लिखने पर भी पता नहीं । अब पवित्रीकरण के लिये होम-यज्ञ-हवन करना है तो सामग्री चाहिये और वो मिल गयी है तो लीजिए शुरू हुआ पवित्रीकरण.......
अभी दिव्या बहन के ब्लॉग पर जाकर पढ़ना चाहा कि "मसाला", "पोस्ट".... ये क्या चक्कर है तो पता पड़ा कि पोस्ट ही गायब है । ये क्या बात है हम जानते हैं कि आप हम भड़ासियों को अच्छी लज़्ज़तदार चटपटी मसालेदार पोस्ट का स्वाद नहीं लेने देना चाहतीं इसी लिये हटा दिया कि कहीं हम भी वैसा "पकाना" न सीख लें ।
दिव्या बहन आप पकी हुई पोस्ट न सही कम से कम विधि तो हमें बता ही दीजियेगा कि किन महान ब्लॉगरों ने आपको मसाले भेजे हैं और क्या क्या है कितनी कितनी मात्रा में :)
चलो भाई हो गया भड़ास का ये पन्ना पवित्र ।
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
प्रिय भाई मुनेन्द्र....क्या कहूँ....
ज़ील वील कोई नहीं है भैया ये डॉ.रूपेश ही ज़ील के नाम से साल भर से लोगों को उल्लू बना रहे हैं और लोग बन रहे हैं। हा हा।
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