अमित जैन से जैसे ही बात करो तो इस तरह के कमेंट आने लगते हैं ये क्या बात है? क्या ये नंगी-पुंगी ठरकी कहानियों को लिखने वाला कोई जैन तो नहीं है जिसके पिछवाड़े ये देखते ही सूखी लाल मिर्चों का गोदाम खुल गया?
कहीं ये बाई जिसका प्रोफ़ाइल में चित्र लगा है जैन मुन्नी(मुनि नहीं कह रहा हूँ) तो नहीं है क्योंकि ये भी उन्हीं की तरह नंगी है लेकिन चेहरे पर भाव कुछ छिछोरपन के हैं। इसका ब्लॉग सिर्फ़ आमंत्रित पाठकों के लिये है यानि कि सब इसी की तरह के लोगों की गैंग होगी।अमित जैन के हिमायती अगर नंगेपन से ही जुड़े हों तो क्या आश्चर्य? इस टिप्पणीकर्ता की सोच दिख रही है कि ये चाहता है कि इनका हगा अभी भी कोई दूसरा अपने सिर पर उठाये तो इसको खुला निमंत्रण है सही पहचान के साथ सामने आओ फिर तुम्हारा हम पिछवाड़ा-अगवाड़ा सब धुला तक दिया करेंगे।
जय जय भड़ास
3 टिप्पणियाँ:
aapne to iski kas kar le dali bhai, ab kuchh din tak chuppi sadhe rahega.
jay jay bhadas
अब कुछ दिनों तक अमित जैन चुप्पी साधे रहेगा जैसे इसका वकील प्रवीण शाह अपना मुँह काला करके भाग गया है।
जय जय भड़ास
ये साले सुअर इस तरह से न जाने कब तक मुँह छिपा कर हरकतें करते रहेंगे यदि हाथ लगें तो सुअर वध का पाप भी कर ही डालूंगा ताकि बाकी जानवर इस तरह की हरकतें करने से पहले हजार बार सोच लें। न जाने किस सुअर ने किसी वेश्या की तस्वीर लगा कर प्रोफ़ाइल बना रखा है और ठरकियों को आमंत्रित करके पढ़ा रहा है अपने दिमाग की गंदगी। एक बात अवश्य अजीब लगी कि इसे भड़ास में क्यों दिलचस्पी हो गयी अचानक....
जय जय भड़ास
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