अमित जैन अब कुछ चिरकुट सा चुटकुला या पाकिस्तान या ताजमहल के बारे में क्यों नहीं लिख रहे???
शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010
जैसे ही हमारे परम आदरणीय डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी की माताजी की दैहिक मृत्यु के सत्य को उजागर करने के लिये लिखना शुरू होता है कि वह एक नैसर्गिक मृत्यु नहीं बल्कि एक क्रूर हत्या थी जो कि काले जादू दे द्वारा करी गयी है तब तब अमित जैन उछल कर सामने आ जाता है और कुछ ऐसा करता है कि विषय भटक जाए। अभी देखियेगा कि हमें गालियाँ देने के साथ ही चुटकुला लिखेगा और कुछ पाकिस्तान या ताजमहल आदि के बारे में बकवास लिखेगा इधर उधर से चुरा कर। इसे लगता है कि इसकी इस कोशिश से हम लोग भटक जाएंगे तो ये महामूर्ख है लेकिन फिर भी ये प्रयास करना बंद नहीं करेगा जैसे आजकल इसने "ताऊ" नाम से छिछोरपन शुरू करा है। हम सब समझते हैं इसका पाखंड।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
अरे भेष की बावली पूछ ,चोरी को सिद्ध भी तो कर ,की के चुराया है छोरे ने , और कहा से चुराया है ,यु भी तो बता और बिन बात के पगलाए कुते की तरियो न भोंका कर , समझा के या लगाऊ पिछवाड़े पे एक लठ
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