पहले बनाने में घोटाला अब गिराने के ठेके में घोटाले की प्रतीक्षा में हमारे नेता जी : आदर्श सोसायटी घोटाला
मंगलवार, 18 जनवरी 2011
बेहद प्रसन्नता का विषय है कि हमारे देश की महान जनता द्वारा लोकतान्त्रिक तरीके से वोट देकर चुने गए हमारे सांसदों, विधायकों, मंत्रियों आदि की शह पर जिन ब्यूरोक्रेट्स ने आदर्श सोसायटी नामक बिल्डिंग बनाने के संबंध में अनुमति आदि दी थी अब वही लोग उसे मंत्रालय के निर्देश पर गिराने का ठेका देंगे। कचहरी ने कहा है कि उस इमारत को गिराने का उत्तरदायित्व सोसायटी के लोगों का ही है।
हा..हा...हा......
जनता को अपने जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्रादि मुद्दों के आधार पर चुने नेताओं पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिये कि इस तरह के काम पूरी ईमानदारी से होंगे। झुग्गी-झोपड़ी तोड़े जाने पर जिस प्रकार गरीबों का पुनर्वसन करा जाता है ठीक उसी प्रकार अमीरों को भी हक है कि यदि वे किसी गलत सौदे में इस तरह फंस गए हैं तो उनका पुनर्वास करा जाए। इसलिये बहुत संभव है कि इस बहुमंजिला इमारत को तोड़ कर हरेक को एक एक बंगला सरकार की ओर से दिया जाएगा। जनता परेशान न हो कोई भी आदर्श सोसायटी वाला उनके सामने आकर जमीन पकड़ कर झुग्गी-झोपड़ी नहीं बनाएगा।
हमारे लोकतंत्र की बारंबार जयजयकार साथ ही भारत की टीवी देखने और अखबार पढ़ने वाली जनता की जय हो।
जय जय भड़ास
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