अमित जैन जी "आपकी बहन" ने जो करा है
गुरुवार, 1 सितंबर 2011
आदरणीय अमित जैन जी "आपकी बहन" ने जो करा है उस पर सचमुच मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी लेकिन आपके देवताओं को भी सारी स्त्रीजाति के चरित्र के मूल्यांकन के बारे में आपको बताते समय और उसके बाद ये तथ्य आपके श्रीमुख से भड़ास तक आते समय आपको भी सोचना चाहिये था लेकिन आप भारत सरकार के अधिकारी हैं आप तो कुछ भी कह सकते हैं हम थोड़ी न हैं। आपने अपनी बहन के साथ हमारी बहन को भी अपने वक्तव्य में लपेट लिया इस बात का दुःख है लेकिन "आपकी बहन" और हमारी बहन में कुछ तो अंतर है ही। आपकी बहन नंगे जिस्म पर रंग पुतवा कर जिस तरह से आँख मारने का देशभक्तिपूर्ण कार्य कर रही है ये उसक निजी मामला नहीं सारे देश का मामला हो जाता है वैसे यदि वो बिना रंग पुतवाए ऐसे ही मुंबई में सड़क पर खड़्रे रह कर किसी को भी आँख मारे क्या लेना देना ऐसी तो न जाने कितनी हैं लेकिन वो बेचारियाँ भी कपड़े पहन कर आँख मारती हैं और ग्राहकों को बुलाती हैं।
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
अरे बस भी करो यार फिर अमित की लेने लगे क्लास...
जय जय भड़ास
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