भाजपा सरकारें कानून और संविधान को नहीं मानती है - डाँ पी एल पुनिया
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भाजपा सरकारें कानून और संविधान को नहीं मानती है - डाँ पी एल पुनिया बुलडोजर
फैसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत है सरकारों द्वारा बुलडोजर के
इस्तेम...
44 मिनट पहले
5 टिप्पणियाँ:
अब तो इसके पागल होने में कोई संदेह नहीं रहा कि प्रसिद्धि के लिये भूखा कोई आदमी ब्लॉगर बन कर ऐसी हरकतें भी कर सकता है।
जय जय भड़ास
जब कुछ दिनों बाद इस तरह के छिछोरेपन की हरकतों से लोग इसके ठरकियाने ब्लॉग पर जाने लगेंगे तो यह सीधे ही पोर्न ब्लॉग बनाकर अपनी रोजीरोटी चलाएगा या फिर कुछ समय बाद रोना शुरू करेगा कि भड़ासियों ने इसकी हवा तंग करने के लिये इसके नाम का आईडी बना लिया है जिस तरह से एक बार अमित जैन कर चुका है और उसकी वकालत में प्रवीण शाह भी शैतान नाम से कमेंट कर रहा था। अभी इसका रोना शुरू होगा। ये बेचारा पागल नही प्रसिद्धि का भूखा ब्लॉगर है जो कि प्रसिद्धि के लिये अपनी माँ बहन को इस्तेमाल कर रहा है।
जय जय भड़ास
काश ऐसा होता कि बकरीद के दिन इन जैसे नीच लोगों को हलाक करने की परम्परा होती लेकिन मैं फिर भी इसे दूर से ही गोली मार देता सुअर छूने की अनुमति नहीं है न । ये गंदा जानवर शोहरत के लिये अपनी माँ बहन बेटी पत्नी किसी को भी घसीट सकता है। इतना नीच है कि ये सब करके भी हँस रहा है तो सोचिये कि कितना कमीना है। ये इस तरह की हरकतें करके बस इसके ब्लॉग पर आने वाले लोगों की संख्या बढ़ाना चाहता है।
जय जय भड़ास
मैंने अभी इसके ब्लॉग को जाकर देखा तो पता चला कि ये ब्लॉगर कैसा है। उसके कमेंट्स का एक स्क्रीन शॉट अपनी पोस्ट के साथ लगा रहा हूँ।
जय जय भड़ास
इस मरीज को भड़ासायुर्वेद पर ही छोड़ दीजिये कुछ ज्दिन के इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगा / जाएगी ।
तब ये प्रशाँत भूषण के बयान के विषय में बात करेगा और तंत्र-मंत्र की भी चर्चा करेगा, ठीक है न ; तब तक आप लोग इसे परेशान न करें अकेला छोड़ दीजिये हम डॉक्टर और मरीज को ।
जय जय भड़ास
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