अमित जैन तुमने भी दस दिन से सांस नहीं ली लेकिन हम तुम्हें गाली नहीं देंगे
सोमवार, 17 जनवरी 2011
अमित जैन तुम एक प्रणाम करने योग्य जैन हो जो कि भले ही गाली-गलौज करते हुए विचार-विमर्श में इतने दिन तक मौजूद रहा, अपने हथकंडे अपनाता रहा लेकिन रहा तो पूरी दुनिया पर कई बार अधिकार कर लेने का दावा करने वाले जैनों में से कोई भी इतना बहादुर नहीं निकला कि हमारे विमर्श में टिक पाता। तुम गाहे-बेगाहे मंदिरों मस्जिदों की बातें करते हो या फिर हिंदू धर्म और इस्लाम की बातें करने लगते हो, चुटकुले लिखने लगते हो लेकिन जब भी हमने जैनों के बारे में अपने विचार लिखे तो तुम सामने आए साथ ही कई छद्मरूपों में भी आए। तुम हरबार मुंह की खाते हो तिलमिलाते हो लेकिन डट कर मुकाबला करते हो। हमने भड़ास के इतिहास में तमाम लोगों को इस मंच से भागते हुए देखा है क्योंकि जो लोग चेहरे पर मुखौटा लगा कर खुद को कुछ अलग जताने के लिये लिखते हैं वे भड़ास से भाग ही जाते हैं जो सच्चे हैं वे डटे रहते हैं तुम एक सच्चे व्यक्ति हो।
तुम भी लगभग दस दिनों से सन्नाटे में हो लेकिन हम तुम्हें गालियां नहीं देंगे क्योंकि हम समझते हैं कि तुम्हारा परिवार है जिसमें कि पत्नी बच्चे होंगे माता-पिता भाई बहन होंगे, समाज होगा, व्यवसाय होगा जिसके चलते व्यस्तता हो जाती है कि हम इंटरनेट पर नहीं आ पाते। ये भी संभव है कि तुम्हारी चुप्पी किसी राक्षसी कपटनीति का हिस्सा हो और तुम कुछ हमारे खिलाफ़ जुटा रहे हो तो भी हमें तुम्हारी प्रतीक्षा रहेगी हम तुम्हें गाली नहीं देंगे जैसे कि हम लोगों के दस दिन तक इंटरनेट पर न आने पर तुमने हमें गाली देना शुरू कर दिया था।
ये रही तुम्हारे लेख की कड़ी जिस पर पढ़ा जा सकता है कि तुम किस कदर बौखला कर गालियां देते हो
एक बात तुम्हारे लिये कि हाल ही में भड़ास के निष्पक्ष, निष्ठावान, वीर संचालकों ने भड़ास की साइडबार से ब्लागों से कड़ीबद्ध चित्र हटा कर ब्लागरोल लगा दिया है जिसमें इस्लाम की भयंकर निंदा करने वाले ब्लाग "भंडाफोडू" की कड़ी है साथ ही इस्लाम के प्रति पूर्ण समर्पित ब्लाग "हमारी अंजुमन" की भी कड़ी है। ये दोनो कड़ियां तुम्हें सहायता करेंगी कि तुम इस्लाम को धर्म समझते हो या अधर्म....... हमें तुम्हारे विद्वतापूर्ण वक्तव्य की प्रतीक्षा है।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
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