अनूप मंडल , अभिषेक मिश्रा , , सतीश कुंदन ,पूर्णिमा बर्मन, जैश्री वर्मा ,को भी जवाब दे दो
गुरुवार, 25 जून 2009
दोस्तों अनूप मंडल अब खिसिया रहा है ,
जो भी उन से कोई सवाल करता है उसे या तो बच्चा कह देते है ,
या चुप चाप रहने की धमकी देते है
या वहा से कुन्नी ही काट लेते है ,जैसे अरविन्द की बातो का कोई जवाब नही दिया ,
मै वो सारे कमेन्ट लिंक के साथ दे रहा हु /
कहा है इन सारी बातो का जवाब ?
या सिर्फ़ अनूप बण्डल को सिर्फ़ बोलना आता है की हजार बार झूठ बोलो
तो हिटलर ने कहा है की वो सच जैसा लगने लगता है ,
या जैसा की अभी अभी इन्होने पोस्ट किया है
पूर्णिमा वर्मन जी चूंकि सत्य से अपरिचित हैं जो ये मानती हैं कि हम अनूप मंडल वाले अमेरिका पर लादेन द्वारा कराये गए हमले के लिये भी जैनों को दोषी ठहराएंगे तो जरा इस हमले की हकीकत हमारे एक खोजी पत्रकार भाई श्री प्रवीण जाखड़ के ब्लाग की पोस्ट पर श्रंखलाबद्ध लेख पढ़ें http://praveenjakhar.blogspot.com/2009/06/911.html फिर उसके बाद यदि सत्य स्वीकारने का साहस है तो अवश्य चर्चा करें वरना शान्ति से हमारे प्रयास को सहयोग करें यदि सहयोग न कर सकें तो तटस्थ रह /
बड़ी ही शातिराना अंदाज मे अनूप बण्डल पूर्णिमा जी को धमका रहा है की आप भोली है ,
नादाँ है , अपना भोला पण ,नादानी हमारे भाई परवीन से दूर करवा लो और चुप बैठ जाओ or शान्ति से हमारे प्रयास को सहयोग करें
यदि सहयोग न कर सके तो तठस्त रहे
/ मतलब अब भड़ास लगता है अनूप मंडल का बंधुआ हो गया है जो कोई अपने मन की बात भी यहाँ नही कह सकता / उसे या तो अनूप की बातो से सहमत होना ही पड़ेगा या चुप रहना पड़ेगा
अब वो कमेन्ट जिस मे अरविन्द =ने सवाल किए पर उस का कोई जवाब नही आया / पुरा विवरण पढने के लिए कही भी क्लिक्क कर के आप पोरी प्पोस्त पढ़ सकते है , ये बात मै इस लिए लिख रहा हु की अनूप फ़िर से सब को पागल न बना पाए की पोस्ट कुछ और है और कमेन्ट कुछ और
अनोप मण्डल के सत्य की फाइलो के बण्डलो में जो भी जिनवंश फस गया वह तडफ तडफ कर मरता है--- जवाब चौथा
यहां लिख कर पोस्ट copy-paste करें
,या उम को भोला भला बता कर झासा देने की बात करते रहो , पर सही बात का जवाब कभी नही दे पाए , मुझ पर आरोप है जी मे भड़ास के मोद्रेतोर्स को भी चुटिया बना रहा हु , जवाब मे मई २० जून की पोस्ट को पुरा कॉपी कर के अभी अभी पोस्ट कर चुका हु , अब तो ये बात बिल्कुल साफ़ हो गई है की अनूप मंडल कुछ लालूओ के ग्रुप का नाम है अरे अगर उमहरी बात मे दम है तो उसे सिद्ध करो न की कुते की तरह भोकते रहो , तुम्हारे बंडल मे मतलब फिलो मे अब तक किस जैनी की जान ली है जरा उस का नाम बताओ , फ़िर देखते है कितना गरूर है तुम्हे अपनी इस लाइन पर की तुम्हारी फिलो के ढेर मे जो जिन वंश फाश गया वो तड़प तड़प कर मरता है , अब इन कॉमेंट्स का जवाब भी दे दो अनूप या चुप रह कर फ़िर कोई नया ढोंग करोगे
श्री अनूप मंडल द्वारा उठाये गए सवाल काफ़ी हद तक सही है । भाषा यदि सही कर दी जाए तो यह महत्वपूर्ण आलेख है । हम इस सन्दर्भ में कुछ लोगो के पास गए और अनूप मंडल द्वारा उठाई गई बातो को उनके सामने रखा, उसकी पुष्टि हुई । इस लिए अनूप मंडल बधाई के पात्र है । कोई भी धर्म अपने मानने वालो से नकली दवाएं बेचने के लिए ,मिलावट करने के लिए निर्दोष लोगो की जान लेने के लिए नही कहता है । लेकिन अब यह देखने में आ रहा है की धर्म के अगुवाई करने वाले लोग अपने समर्थको से नही कहते है की इमानदारी से जीवन यापन करो , नौकरी कर रहे हो तो घूस मत खाओ, शिक्षक हो तो शिक्षा माफिया मत बनो, वकील हो तो दलाली मत करो । honesty is the best policy यही जीवन का मूल मन्त्र अगर बन जाए तो काफ़ी कुछ समस्यायें हल हो सकती है लेकिन परउपदेश कुशल बहुतेरो का जमाना है ।
अनूप मंडल को पुनः नमस्कार ।
10 comments:
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सुमन साहब बड़ा ही सुखद आशचर्य है कि आप खुल कर सामने आ रहे हैं क्योंकि आप जान पाए होंगे कि अब तक हमारी बातों को किस कदर मीडिया ने दबाकर रख दिया था। रही बात भाषा की तो बोली-भाषा में तो हमें गंवार अनपढ़ और तोतला हकला मान लीजिये लेकिन मूल भाव पर ध्यान दें तो आपको समस्या की जड़ दिखाई देने लगेगी। जैन खुद को हिंदू नहीं कहते लेकिन विश्वहिंदू परिषद और बजरंग दल जैसी संस्थाओं में घुसपैठ बराबर बनाए रखते हैं और ऐसा ही अन्य धर्मों को मानने वालों से भी मीठे बने रहते हैं लेकिन उन्हें आपस में लड़ाने का काम भी ये ही करते हैं। हम अनूप मंडल के सब गरीब जन भड़ास परिवार और भड़ास के निर्भीक संचालकों का दिल से धन्यवाद करते हैं जिन्होंने किसी प्रलोभन में आए बिना हमारी बातों को दुनिया के मंच पर लाया है। अभी तो शुरूआत है बहुत पोलें खोलनी हैं। आपका सहयोग और प्रेम बना रहे।
सादर नमन
जय जय भड़ास
जय नकलंक
जय लोकसंघर्ष -
आप को अनूप मंडल ने कितने मे ख़रीदा है, क्योकि अनूप मंडल पर कोई भी सही टिप्पणी करेगा तो वो बिका हुआ माना जायगा
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अबे पगला गए हो क्या इन लोगो की उलटी सीधी बातो से
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पत्रिका का कोई जानकर अनूप मंडल मे भी है क्या ?
मेरे कहने का मतलब की किसी धर्म को बदनाम करने वालो के साथ ये पत्रिका दे बड़ा ही आश्चर्य हो रहा है .
अनूप ने अब तक सिर्फ किसी न किसी रूप मे सभी बुरायीओ के लिए सिर्फ जैन लोगो को ही जिमेदार ठराया है , क्या बाकि सभी धर्म के लोग ढूध के धुले है , मुझे तो लगता है कुछ ही दिनों मे ये पागल लोग अमेरिका पर हुए लादेन के हमले के लिए भी घुमा फिर कर जैन लोगो को ही जिमेदार बना देगे की किसी जैन ने ही पैसे दे कर ये हमला करवाया है -
अनोप मंडल के सब गरीब जन, बातो को घुमा फिर क्यों रहे हो , सीधे सीधे बताओ की जैन फेरबदल करवाने में माहिर हैं और शब्दकोशों के शब्दों में हेराफेरी कर देते हैं तो इस बारे में ठोस प्रमाण क्या है ?
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डॉ साहब रजनीश भाई का ये कमेंटJune 22, 2009 7:28 am को ----- अनूप मंडल का बन गया बण्डल भाग -३ ---- से पहले वाली पोस्ट मे किये है आप वहा से इस बात की पुस्ती कर सकते है , वासी वो पूरी पोस्ट कमेन्ट के पहले लिखे हुई है
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अरे कही का कोमेंट कही लग गया
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sriman ji,
dharm ka arth hai dharan karne yogy agar dharm ki dharmik kitabo mein likha bahut accha accha ho aur aur unke samarthko ka acharan vyavhaar mein yah ho . usko kya kaha jayega .rahi meri baat main anoop mandal ya kisi bhi blogger ko vyaktigat roop se janta hi nahi hoon khareed farokht karna bada asaan hai lekin mandal sahab ki taraf se jo bhi baatein uthai gayi hai uska bhi koi spastikaran nahi diya gaya hai . aur na koi uska spatikaran ho sakta hai dharm bhaavnatamak savaal hai astha ka savaal hai . mai kisi ki bhavna aur astha ko thes nahi pahuchana chahta hoon lekin sri anoop sahab ki kaafi baatein saty hai .nayi jankariyo k liye aur saty k shodhan k liye yah prakriya avashyak hai .
sadar
suman -
पूर्णिमा वर्मन जी, Jayshree Varma,जी,Abhishekजी, Mishra,अमित जैन (जोक्पीडिया ), आपकी बातो से सहमत होते हुऐ बता रहा हू कि कुछ लोग बिना कोई ठोस प्रमाण दिऐ जैन धर्म के प्रति रोष बनाऐ हुऐ है। इसका अर्थ यह है कि उनके मन मे द्वैश जन्म से भरा गया है इतिहास के नगण्य जानकार है ।
अनुपमडल नाम का सगठन का इतिहास कोई लम्बा नही है करीब २०-२५ वर्षो से राजस्थान के सुमेरपुर एवम सिरोही जिले से शुरु हुआ यह मण्डल धिरे धिरे जोधपुर एवम कुछ सदस्य मुम्बई मे है। कई वर्षो से जैन धर्म का विरोध करते आऐ है। यह किस इतिहास कि बाते करते है ? उनका क्या इतिहास है ? जैन को यह राक्षक्ष बता रहे है ? सर्व कराऐ देश भर मे कि राक्षस कोन है ? पता चलेगा। मनगढत इतिहास रचने से कोई इतिहासिक नही होता है। पहले स्कुल जाकर अध्यन करे । -
अरे मुनिवर महावीर सेमलानी पधारे.... मन में जन्म से द्वेष कैसे भरा है क्या ये जन्म के समय अनूप मंडल के लोगों का ETG निकलवाते हैं जिससे इन्हें पता चल जाता है। सत्य की प्राचीनता और नवीनता के ऐतिहासिक तराजू में नापतौल करने आए हैं मुनिवर अपनी ब्लाग गैजेट्स की दुकान छोड़ कर। अरे कपट मुनि!अब तक आप उस मुद्दे पर क्यों चूं नहीं करे जहां से ये बात शुरू हुई थी,डा.रूपेश ने दो तस्वीरें एक सवाल के साथ डाली थी जो कि सवाल मुनेन्द्र सोनी भाई का था शायद। उस पर एक भी शब्द बोलने की बजाए दुनिया भर का प्रपंच कर रहा है और बता रहा है कि हमारा इतिहास पुराना है इसलिये हम अच्छे हैं तो मुनि महाराज तुमसे ज्यादा अच्छे तो डायनासोर थे उनका इतिहास तुमसे ज्यादा पुराना था और सांप भी तुमसे ज्यादा पुराने हैं। स्कूलों और धर्म की पुस्तकों में तो तुम लोगों ने अपनी कपटलीला छिपा रखी है। अब तुम्हारी बखिया उधेड़ी जा रही है तो अनूप मंडल का इतिहास बताने आ गये। अब राजस्थान से मुंबई होते हुए ये सच के गरीब रखवाले पूरे संसार में फैलेंगे और तुम जैसों की फटेगी। तुम पाखंडी हो पहले डा.साहब की पोस्ट का उत्तर दो बाद में नाटक करो
जय जय भड़ास
4 comments:
अबे यार तुमने पका दिया , सारे लोग तुम लोगो से जो सवाल पुछ रहे है उस का तो तुमने जवाब ही नहीं दिया
आप इस बात का स्पष्टीकरण अवश्य करें कि आपने जिन शब्दों के आपत्तिजनक अर्थ बताए हैं उनका आधार कौन सा शब्दकोश है और किसने लिखा व कहां से प्रकाशित हुआ है। यदि आपके अनुसार जैन फेरबदल करवाने में माहिर हैं और शब्दकोशों के शब्दों में हेराफेरी कर देते हैं तो इस बारे में ठोस प्रमाण भड़ास के मंच पर लाइये
बालक अभी पके नहीं हो तुम एकदम कच्चे हो इसलिये ऐसी बात कर रहे हो। तुम शब्दकोशों के प्रमाण की बात करते हो अभी तो भड़ास पर ये शुरूआत की शुरूआत है इतने प्रमाण डेढ़ सौ सालों की लड़ाई में जुटा लिये हैं कि तुम उन्हें देखते- समझते बुढ़ा जाओगे। धीरज रखो बच्चे!हम खूब जानते हैं कि हमने जो लड़ाई शुरू करी है अगर बिना सबूत,साक्ष्य प्रमाण के करी तो हमें भी कानून का डंडा घुसा दिया जाएगा तो जो बिना सबूत के अगर हम लिखेंगे तो सबसे पहले तो मानहानि का दावा बनता है हम पर ठोक देना चाहिए। और जो बस कोरी बकवास करी तो चार दिन बाद खुद ही अपनी हंसी करा कर इज्जत की भद्द करा लेंगे, है न सत्य? जो बात करी जाएगी उसका हवाला देकर लिखा जाएगा आपका दोष नहीं है इनके षडयंत्र की जड़ें इतनी गहरी हैं कि आप जैसे मासूम लोगों का भ्रमित हो जाना स्वाभाविक है। प्रतीक्षा करिये जरा सी.....
जय जय भड़ास
जय नकलंक
तुम्हारी बातो से लगता है की एक दम ही बेशरम आदमी हो जो किसी धर्म को ,या परसिद्ध आदमी को गाली दे कर अपना नाम करना चाहते हो , जैसे मायावती अपना वोट बैंक बचाने के लिए रास्त्र पिता को बुरा भला कह रही है , उसी तरह तुम भी बिना सर पैर की बात कर के जैन धर्म की बुराई कर रहे हो जबकि तुम्हारे पास कोई सबूत नहीं है , मैंने जानना चाह तो मै बच्चा हो गया , जिसे समझने मे बुढापा आ जायेगा / तुम लोग ढोगी हो जो सब लोगो का बेव्खुफ़ बना रहे हो / जो बोले वो तुम्हारे लिए दुश्मन है , raksah है ,महावीर सेमलानी को तुम अमित का हिमायती बताते हो , तुम भी तो बताओ की तुम लोगो का क्या काम धंधा है , क्या करते हो , क्यों तुम्हारे phiswade मे किसी दुसरे का काम देख कर आग लगती है , तुम ने कोण सा देश आजाद कराया है , किसी हत्यारे की तथाखाथित किताब को दिखा कर क्या साबित करना चाहते हो ?
जरा इन बातो के भी जवाब दो
ये ॐकारजी क्या है ,
कहा से आया ,
कब आया ,
कोई प्रमाण ,
कोई तस्वीर ,
कोई कोई धरम ,
इन की कोई स्त्री भी थी या इन्होने केचुए की तरह नर और मादा दोनों थे ,
कब हुए ,
आप इन से कब कहा मिले ,
कोई और भी वहा था क्या ,
सारे लोगो को इन्होने जनम दिया --- तो इन का प्रसव किस ने कराया ,
उस दाई का नाम बताओ ,
अगर कोई उस प्रसव की तस्वीर हो तो उस को भी सबूत के तौर पर लावो यदि ॐकारजी सिर्फ़ बाप थे और तुम उन के बीज से पैदा हो तो तुम्हारी माँ कोन थी ,
उस का नाम पता ,
उस की शादी कुब हुई थी ,
हुई भी थी की नही ,
या बिना शादी की औलाद हो , ?????????????????????
सब बताओ ,
ॐकारजी
अब मुझे बच्चा मत कहना
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