देखिये कि जैन राक्षस कैसे डॉ.रूपेश जी की माताजी की हत्या के प्रकरण को मोड़ने का स्वांग रच रहे हैं

मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

पिछले कुछ दिनों से भड़ास पर अनूप मंडल ने जब हमारे अवतार स्वरूप डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी की माता जी की तंत्र-मंत्र द्वारा रहस्यमय ढंग से करी गयी हत्या का राज़ खोलना शुरू करा तो राक्षस लोग हड़बड़ा गए कि कहीं उनके राज़ जनता के सामने आ गए तो देवताओं के वंशज जो अभी उन्होंने इतने प्रयासों से अलग अलग कर रखे हैं उन्हें मार कर इस स्वर्ग रूपी प्रथ्वी से भगा देंगे। ये राक्षस हमेशा से चाहते हैं कि देवताओं के स्वर्ग इस जमीनमाता पर काबिज बने रहें जिसके लिये जरूरी है कि ये देवताओं के वंशज मानवों जो कि भाई-भाई होने के बावजूद भी इनके प्रयासो से आपस में हिंदू, मुसलमान, ईसाई, पारसी आदि में बँट कर भ्रमवश लड़ रहे हैं। जैसे ही इन दुष्ट राक्षसों का राज़फाश होगा ये पहचान लिये जाएंगे और इनका मायाजाल टूट जाएगा जिससे देवताओं के वंशज एक बार फिर इन्हें मार कर इनके स्थान नर्क पर भगा देंगे। नर्क इनका गुप्त स्थान है जिसकी खोज के लिये अनूप मंडल हमेशा से सभी देशों की सरकारों से गुहार लगाता रहा है जैसे ही इन राक्षसों का केन्द्र नष्ट होगा प्रथ्वी पर सुख-शांति तुरंत आ जाएगी।
इन राक्षसों का प्रयास रहता है कि जब इनका भेद खुलने को हो तो ये मुद्दे को भटका दें और विद्वानजन दूसरी वार्ता में उलझ जाएं। जैसा कि आप सब भड़ास के मंच पर देख रहे हैं कि अक अमित जैन आप सबको माताजी की हत्या के विषय से भटका कर ताजमहल की तरफ मोड़ रहा है और दूसरा राक्षस यमराज के नाम प्रोफ़ाइल बना कर आप सबको भरमाने की कोशिश में लगा है। ये धूर्त फर्जी प्रोफ़ाइलों और बेनामी टिप्पणियों से भी संचालकों को भ्रमित करेंगे। अनूप मंडल के लिये परम आदरणीय़ डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी तो इनकी चालाकियाँ समझते हैं और बेनामी टिप्पणियाँ प्रकाशित करते ही नहीं लेकिन दूसरे संचालक जी श्री रजनीश झा साहब के बारे में कुछ ज्ञान नहीं है क्योंकि बेनामी टिप्पणियाँ तो प्रकाशित हो रही हैं। भाई श्री रजनीश जी से निवेदन है कि वे इस पर रोकथाम करके अपने अधिकार का प्रयोग करें।

इस रहस्यमय नृशंस हत्या के खुलासे की पहली कड़ी- भाग १

जिन्हें ये हत्या मात्र मनगढंत कहानी लग रही है वे इस दूसरी कड़ी को भी पढ़ें- भाग-२


डा.रूपेश जी की माता जी की मृत्यु नैसर्गिक नहीं बल्कि अत्यंत क्रूर हत्या थी- भाग 3


खुलासा जारी रहेगा अगली कड़ी में........
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास

3 टिप्पणियाँ:

dr amit jain ने कहा…

नर्क इनका गुप्त स्थान है जिसकी खोज के लिये अनूप मंडल हमेशा से सभी देशों की सरकारों से गुहार लगाता रहा है
अनूप बण्डल जरा इस बात का खुलासा करेगा की नर्क के बारे में जानने के लिए उस ने किस किस देश की सरकार से कब कब गुहार लगे थी ,और उस गुहार के जवाब में उसे क्या सूचना प्राप्त हुई थी
२) अब तक अनूप बण्डल ने डॉ रूपेश श्रीवास्तव की माता जी की कथित तंत्र मन्त्र से हत्या के सम्बध में क्या सबूत दिए है , सिवाय इस के किसी अघोरी तांत्रिक की फिल्म की तरह कहानी लिखने के आलावा ,
३) ताजमहल को ले कर जो भी लेख में लिख रहा हू , उन का आप के लेखो से कोई लेना देना नहीं है , यदि आप मेरे द्वारा लिखे किसी लेख या टिप्पणी से इतने ज्यादा भयभीत है तो मै आप के लिए प्रार्थना ही कर सकता हू की इश्वर आप को सोचने समझने की सकती दे , या आप जैसे महा मुर्ख को ..................:)

अनोप मंडल ने कहा…

जिस दिन देवताओं के वंशज मानवों को तुम राक्षसों के विषय में सत्य का सही रूप से ज्ञान हो गया तो वे तुम्हें उसी तरह से मारेंगे जैसे कि हमेशा से होता आया है। सत्ता और आतंकी दोनो में तुम घुसे हो इतनी आसानी से तुम्हारी माया लोग नहीं समझ सकते लेकिन हम पहचान गए हैं। ताजमहल की कहानी तो पी.एन.ओक जमाने पहले लिख चुके हैं तुम तो सिर्फ़ विषयान्तर करने के लिये कभी ताज कभी पाकिस्तान की कथा लिखते हो। ये किसी फिल्म की कहानी नहीं है बल्कि स्वयं डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी का अपने कैमरे से फिल्माया गया सत्य ही है जो तुम्हारे जैसे राक्षसी कर्मो के करने वालों की पोल खोल रहा है।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास

dr amit jain ने कहा…

अबे अनूप तू इतना क्यों बोख्लाया हुआ है ,अगर तुम्हारे पास कुछ नहीं है POST करने को तो चुप बैठ

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